अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू और कश्मीर में विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी ने भी आगामी चुनाव के लिए कमर कस ली है. हालांकि बीजेपी राज्य की तमाम सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारने जा रही. सूत्रों का कहना है कि बीजेपी कश्मीर घाटी में इस चुनाव में सिर्फ 25 विधानसभा सीटों पर ही चुनाव लड़ेगी. परिसीमन के बाद जम्मू कश्मीर में इस बार 90 सीटों पर विधानसभा के चुनाव होने हैं. इनमें 47 सीटें कश्मीर में हैं, जबकि 43 सीटें जम्मू में. बीजेपी ने घाटी में चुनाव के मद्देनजर अलग प्लान तैयार किया है. सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस बार घाटी की 47 सीटों में से 25 पर ही उम्मीदवारी उतारेगी. इसके अलावा 22 सीटें वो अपने सहयोगियों और आजाद उम्मीदवारों के लिए छोड़ेगी.
आजाद उम्मीदवारों का समर्थन करेगी बीजेपी
घाटी के ऐसे उम्मीदवार, जो किसी राजनीतिक पार्टी से नहीं होंगे और नया चेहरा होंगे, बीजेपी उनका समर्थन करने की तैयारी में है. कहा ये भी जा रहा है कि बीजेपी हब्बाकदल, बारामूला समेत घाटी की कुछ अन्य सीटों पर कश्मीरी पंडितों को उम्मीदवार बना सकती है.
गठबंधन पर क्या बोले तरुण चुग?
जम्मू और कश्मीर के बीजेपी इंचार्ज तरुण चुग ने सोमवार को कहा, “भारतीय जनता पार्टी पूरी ताकत के साथ लगी है. पार्टी के कार्यकर्ता एकजुट होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का संदेश, सबका साथ सबका विकास को लेकर निकले हैं. 5 अगस्त 2019 से लेकर आज तक हमने जम्मू कश्मीर के अंदर एक खुशी का वातावरण खड़ा किया है. 370 और 35 ए से मुक्ति दी है.” इस दौरान तरुण चुग ने कहा कि हमारा किसी पार्टी से कोई गठबंधन नहीं है. बीजेपी पूरी मजबूती के साथ जम्मू कश्मीर में काम करेगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर की जनता का आशीर्वाद मोदी जी के साथ है. प्रधानमंत्री हर समय जम्मू कश्मीर की जनता के साथ है.
जम्मू और कश्मीर में कब होंगे चुनाव?
पिछले हफ्ते चुनाव आयोग ने बताया था कि इस बार जम्मू कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में मतदान कराए जाएंगे. पहला चरण में 18 सितंबर को 24 सीटों पर मतदान होंगे. दूसरे चरण में 25 सितंबर को 26 सीटों पर वोटिंग कराई जाएगी और तीसरे चरण में एक अक्टूबर को 40 सीटों पर वोटर्स मतदान करेंगे. मतगणना 4 अक्टूबर को की जाएगी.